वार मैमोरियल धर्मशाला (अमर जवान शहीदों की याद में एक उद्यान

=> वार मैमोरियल धर्मशाला (शहीदों की याद में बनाया गया एक हरियाली से भरा पार्क)

खासकर हिमाचल प्रदेश के वीर जवानों की स्मृति में बनाया गया उद्यान-   

आज हम आपको बताने जा रहे है एक ऐसे पार्क के बारे में जो देशभक्ति और उन शहीदों की याद में बनाया गया है। जिन्होंने दुश्मनों से लड़ते हुए देश की सीमाओं को सुरक्षित करते हुए अपने प्राणों को देश के लिए न्योछावर कर दिया। इसमें बहुत सारे अमर शहीद जवान हिमाचल की वीर भूमि से सम्बंध रखते है। इस पार्क की तीन दीवारो जो कि मध्य में है में हिमाचल प्रदेश से शहीद हुए जवानों के नाम उकेरे गए है। ये तीन पत्थर से बनी दीवारें भारत की तीनों सेनाओं जल सेना, वायु सेना, एवं थलसेना की द्योतक है।

WAR MEMORIAL DHARAMSHALA, HIMACHAL PRADESH.

           

  दीवारो के उपर अलग-अलग रंगों के डिजाइन उकेरे गए है, जो कि उद्यान को बेहद ही सुंदरता प्रदान कर रहे है। इस शहीद स्मारक के चारो ओर बड़े बड़े चील के पेड़ इस पूरे क्षेत्र को छायादार माहौल प्रदान करते है। पार्क के बाहरी छोर पर दो गन, आर्मी टैंकर एवं जनरल जोरावर सिंह का सटैचयू लगा हुआ है जो कि वीरता का प्रतीक है और जनरल जोरावर सिंह की गाथा भी बहुत ही विशाल है। वो एक बहुत बड़े योद्धा थे। उन्हें संपूर्ण भारत का लिटल नेपोलियन भी कहा जाता है। उनकी वीर गाथाओं के किस्से बहुत दूर-2 तक फैले हुए है। पार्क के ठीक दाईं तरफ  एक फाइटर जेट प्लेन और एक पाकिस्तानी टैंकर भी है।  उनको भी पार्क में आप चारों तरफ से देख सकते हो और इस पार्क में इतिहास की लड़ाइयों में अपनी दृष्टि और नजर डाल सकते हो। ठीक आगे प्रवेश करते हुए एंट्री टिकट लेकर एंट्री गेट में इंडियन आर्मी के विभिन्न सर्च ऑपरेशनो, शांति मिशन और आर्मी के युद्धों के इतिहास की जानकारियां भी इस गेट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हो ठीक गेट के अंदर प्रवेश करते ही आपको शहीद स्मारक पार्क का संपूर्ण नज़ारा देखने को मिल जाएगा।
                      

STATE WAR MEMORIAL FRONT VIEW.

 छोटे-छोटे उद्यान और फूलों से सजे इस पार्क के बीचो बीच से होते हुए आपको भारत का नक्शा और और तीन पत्थरों से बनी दीवारें देखने को मिल जायेगी और इनके साथ ही आगे अमर जवान ज्योति हैं। दीवारो में शहीदों के नाम उकेरे गए है। उन्हें भी आप देख एवं जान सकते है। फुहारों से तथा फूलों से भरा ये पार्क चारों ओर बहुत ही सुन्दर है। पार्क के साथ ही लगती एक नेवी सीप है, जो कि वास्तविक नहीं है बल्कि उसका ढांचा वहाँ पर लगाया गया है। उसको भी आप बहुत आसानी से पार्क में मोजूदा तौर पर देख सकते हो। ठीक आगे चील के पेड़ों से गुजरते हुए पार्क के आखिरी छोर में विकास चिल्ड्रेन पार्क है जो कि शहीदों की याद में बनाया गया है। यहां पर बच्चे खेल सकते है और बड़े आराम कर सकते है।  पार्क को सहेजने का जिम्मा यहां पर एनजीओ(NGO) द्वारा लिया गया है और वे लगातार इस कार्य पर जारी है।  पार्क के सहेजने के कार्य में तेजी लायी जा रही है और लगातार कार्य जारी है।

=>पार्क के साथ में ही म्युजियम -
                                              इस पार्क के साथ लगते ही वार म्युजियम की शुरुआत 2022 में हुई है। इस म्युजियम की ओपनिंग जनवरी 2022 के आसपास हुई है। इस पार्क को भी आप अलग एंट्री फीस देके देख सकते हो, एंट्री टिकट यहां के लिए मात्र बीस (20) रुपये है।

DHRAMSHALA(HP) WAR MUSEUM VIEW

 म्युजियम में आपको प्राचीन इतिहास से लेकर वर्तमान तक आर्मी के इतिहास में हुए युद्धों की जानकारी मिल जायेगी। म्युजियम के अंदर  की तरफ बहुत सारे मेडल से सम्मानित अमर शहीद जवानों के सटैचयू बनाये गये है। म्युजियम के प्रवेश द्वार के सामने ही भारत का राष्ट्रीय चिन्ह अशोक स्तंभ भी है जो कि साहस, शांति, वीरता, भाईचारे का प्रतीक है। इसमें हिमाचल के परमवीर चक्र, अशोक चक्र तथा अन्य मेडल से सम्मानित अमर वीर  जवान शहीदों की तस्वीरें और सटैचयू भी है । इस उद्यान में आजादी के बाद हुई  लङाईयो और सन 1947-1948, 1962, 1965, 1971 एवं 1999 की लड़ाईयो के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी गयी है।

=>धर्मशाला ,हिमाचल प्रदेश से इस स्थान की दूरी-
धर्मशाला से इस स्थान की कुल दूरी बस स्टैंड से दो (2)किलोमीटर है।

=>यहां पर कैसे पहुंचे-
                               1.रेलमार्ग द्वारा-
                                                   
अगर आप दिल्ली से रेलमार्ग द्वारा आ रहे है तो नजदीकी रेल्वे स्टेशन पठानकोट हैं जिसकी कुल दूरी यहां से 85 किलोमीटर है।

2.अन्य रेलमार्ग काँगडा-
                             अन्य विकल्प पठानकोट से कागडाँ के लिए रेल्वे स्टेशन है, जो कि नैरो गेज ((Narrow Gauge) है। ध्यान रखें यहां के लिए ट्रेन बहुत ही कम चलती है। तो अपनी टिकट पहले ही कन्फर्म करवा ले

3.हवाई जहाज की यात्रा करके-
                                          यहां का नजदीकी हवाई अड्डा गग्गल एयरपोर्ट काँगङा है, जिसकी दूरी धर्मशाला से लगभग 14-15 किलोमीटर के करीब है। तो आप दिल्ली से टिकट  बुक करवाके  इस जगह के लिए बड़ी आसानी से आ सकते है।
    
4.बस और टैक्सी द्वारा-
                                   धर्मशाला शहर टैक्सी और सार्वजनिक वाहनों से पूरी तरह जुड़ा हुआ है तो आप किसी भी वाहन की मदद से यहां पर काफी आसानी से पहुंच सकते है।

5.रहने और खाने की व्यवस्था-
                                             बहुत सारे होटल आपको वेबसाइट में देखने को मिल जायेंगे और आप उन होटल में ऑनलाइन बुकिंग भी करवा सकते हैं। यहां पर आप हिमाचल   टूरिजम की वेबसाइट में जाके भी ऑनलाइन बुकिंग करवा सकते है ।

=>कब पहुंचे-
                   यहां पर आप बर्फबारी और बरसात के मौसम में आने वाले से बचें। इसके अलावा यहां पर पूरा साल आप आ सकते है।
            Thanks a lot by Rajat Travelogue (The Himalayan Tiger)

                                      
                             


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